हरियाणा में चल रहे भ्रूण लिंग जांच के धंधे में हाईप्रोफाइल लोग शामिल

हरियाणा में चल रहे भ्रूण लिंग जांच के धंधे में हाईप्रोफाइल लोग शामिल

गुरुग्राम। हरियाणा सरकार के लाख प्रयास के बाद भी प्रदेश में भ्रूण लिंग जांच का धंधा रुक नहीं पा रहा है। इस धंधे में सबसे ख़ास बात यह है कि हाई प्रोफाइल लोग इसमें शामिल है। स्वास्थ्य एंव पुलिस विभाग इस धंधे पर अंकुश लगाने के लिए लगातार कार्यवाई भी कर रहा है मगर मोती कमाई के चलते इस कारोबार की दलदल से लोग निकल नहीं पा रहे है

गौरतलब है कि वर्ष 2021 में हरियाणा के रोहतक, झज्जर , फरीदाबाद , बल्लभगढ़ , गुरुग्राम , बरवाला, पानीपत सहित अन्य जनपदों में भ्रूण लिंग जांच का धंधा बड़े पैमाने पर चल रहा है हालांकि स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम हरियाणा सरकार के निर्देशन में ऐसे लोगो के खिलाफ लगातार अभियान चलाकर कार्यवाई कर रही है। इस कारोबार में मोटी कमाई को देखते हुए कई बड़े नामीगिरामी डाक्टरी पेशे से जुड़े लोग भी इस धंधे से जुड़ गए है। बताया जा रहा है कि ऐसे लोग जेल से आने के बाद भी फिर से इस धंधे में इसलिए जुड़ जा रहे है क्यूंकि भ्रूण लिंग जांच के नाम पर वो बड़ी रकम वसूलते है ।

हरियाणा में भ्रूण लिंग जांच के धंधे में अब तक डॉ. अपराजिता बंसल डॉ. सतेंद्र और डॉ. सुभाष बंसल , कैशियर वीरेंद्र, एएनएम रीना, सहायक सीमा मनचंदा,विनोद यादव, महेश गुप्ता, नवीन गुप्ता, विजेंद्र फौजदार, मुनेश नरवाल बल्लभगढ़ के भगत सिंह कॉलोनी निवासी डॉ. सुरेंद्र पाल चौहान और इनकी पत्नी अंजू चौहान जैसे बड़े लोग फंस चुके है ।


सबसे पहले फरवरी 2021 को फरीदाबाद के स्वास्थ्य विभाग ने गाजियाबाद में भ्रूण लिंग की जांच करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। टीम ने गाजियाबाद के लोनी बार्डर स्थित एक नर्सिंग होम में छापेमारी की। मौके से टीम ने तीन भ्रूण एवं अल्ट्रासाउंड करने वाली पोर्टेबल मशीन बरामद की। इस दौरान विभाग ने दो डॉक्टरों को भी गिरफ्तार किया।

गौरतलब है कि स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिली थी कि कृष्णा नर्सिंग होम बंद सब्जी फाटक में गर्भपात और भ्रूण जांच का अवैध काम किया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रणदीप सिंह पूनिया ने पीएनडीटी के नोडल अधिकारी डॉ. हरीश आर्या के नेतृत्व में टीम का गठन किया। टीम को पता चला कि गर्भवती महिलाओं को भ्रूण लिंग जांच के लिए डा. सुभाष गाजियाबाद ले जाता है। टीम में एक गर्भवती महिला को नकली ग्राहक बनाकर डॉ बंसल से संपर्क कराया। डॉ. सुभाष बंसल ने 15 हजार रुपये में भ्रूण लिंग की जांच की डील पक्की कर ली। लिंग जांच करने वाले गाजियाबाद के नर्सिंग होम के मालिक डॉ. सतेंद्र ने सख्ती होने का हवाला देकर पहले भ्रूण के लिंग जांच से इंकार कर दिया। टीम ने लगातार इस पर निगाह रखी। रविवार देर रात टीम ने नर्सिंग होम पर छापा मारा तो लिंग जांच और गर्भपात होता मिला। पुलिस टीम ने मौके से ही डॉ. सतेंद्र और डॉ. सुभाष बंसल को गिरफ्तार कर लिया था ।

इसके बाद बल्लभगढ़ में स्वास्थ्य विभाग गुरुग्राम और फरीदाबाद की टीम ने 23 फरवरी 2021 को मोहना रोड स्थित बंसल नर्सिंग होम और उसके पास ही स्थित एक ब्यूटी पार्लर में छापा मारा। स्वास्थ्य विभाग गुरुग्राम की टीम को सूचना मिली थी कि बल्लभगढ़ के मोहना रोड पर स्थित एक ब्यूटी पार्लर और नर्सिंग होम संचालक भ्रूण जांच के रैकेट को चला रहे हैं। ब्यूटी पार्लर में आने वाली महिलाओं को संचालिका अपने जाल में फंसाती थी और सारी डील भी वहां पर ही होती थी। इसके बाद गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग की टीम ने फरीदाबाद स्वास्थ्य विभाग टीम को साथ लेकर अस्पताल और ब्यूटी पॉर्लर पर छापा मारा। विभाग ने एक फर्जी महिला ग्राहक को तैयार कर अस्पताल में भेजा था। कार्रवाई के दौरान कुछ स्थानीय लोग भी वहां दबाव बनाने के लिए पहुंच गए और स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ बदसलूकी की। इस मामले में डॉ. अपराजिता बंसल , कैशियर वीरेंद्र, एएनएम रीना, सहायक सीमा मनचंदा व एक अन्य को जेल भेज दिया गया था ।


इसके बाद 13 अप्रैल 2021 बल्लभगढ़ स्वास्थ्य विभाग ने शहर की भगत सिंह कॉलोनी में अवैध रूप से लिंग परीक्षण करने में कार्रवाई की करते हुए छापा मारकर खुद को डॉक्टर बताकर लिंग परीक्षण करने वाले दंपति को पकड़ा है। दोनों महिलाओं को यूपी और दिल्ली में जाकर लिंग परीक्षण कराते थे और इसके एवज में मोटी रकम वसूलते थे। उक्त क्लीनिक में एक दंपति गर्भवती महिलाओं का लिंग परीक्षण कराने के बदले मोटी रकम वसूलने का धंधा करते हैं। दंपत्ति गर्भवती महिला से 15 से 20 हजार रुपये वसूलते थे। उन्हें दिल्ली अथवा यूपी के जिलों में ले जाकर लिंग परीक्षण कराते थे। दोनों खुद को डॉक्टर बताते थे लेकिन प्रारंभिक जांच में इनकी डिग्री नकली मिली है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक महिला से वसूले गए 15 हजार रुपये भी बरामद किए हैं। पकड़े गए आरोपियों में भगत सिंह कॉलोनी निवासी डॉ. सुरेंद्र पाल चौहान और इनकी पत्नी अंजू चौहान है।


हरियाणा के बरवाला स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अग्रोहा मार्ग पर स्थित एक मकान में कार्रवाई करते भ्रूण लिंग जांच के मामले का खुलासा किया । टीम ने पुलिस के साथ मिलकर कार्रवाई करते हुए वहां से कई उपकरण भी बरामद किए हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने वार्ड-14 स्थित एक मकान में भ्रूण लिंग जांच करवाने को लेकर जैन समाधि अस्पताल टोहाना में नर्सिंग स्टाफ का कार्य करने वाले जिला संगरूर निवासी जगराज के पास एक महिला को फर्जी ग्राहक बनाकर भेजा। जिसका स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार पीछा कर रही थी। महिला के साथ एक अन्य महिला भी मौजूद रही। इस दौरान उस महिला को बरवाला के वार्ड-14 स्थित सुनीता लुहारी के मकान पर लाया गया। यहां डॉ. अनंतराम पहले से ही मौजूद थे। उन्होंने दोनों महिलाओं की भ्रूण लिंग जांच की तथा गर्भ के बारे में उन्हें बताया। इस दौरान जैसे ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके पर रेड की तो मौके से डॉ. अनंतराम बरवाला निकल चुके थे, परंतु जिन महिलाओं की डॉ. अनंतराम ने भ्रूण लिंग जांच की, वह मौके पर ही मौजूद थीं। उन्हें स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके पर ही काबू कर लिया। पुलिस ने जब सुनीता लुहारी के घर की तलाशी ली तो उसके एक कमरे में रखे बेड से भ्रूण लिंग जांच में इस्तेमाल किए गए उपकरण बरामद हुए। वहीं 40 हजार रुपये नकदी टीम ने जगराज से बरामद की।

गौरतलब है जनता अस्पताल के संचालक डॉ. अनंतराम बरवाला पर इससे पहले भी भ्रूण लिंग जांच के केस दर्ज हो चुके हैं। उनके अस्पताल में लगी अल्ट्रासाउंड मशीन तक को हेल्थ विभाग की टीम सील कर चुकी है। वर्ष 2018 में तो पंजाब व हरियाणा के हेल्थ विभाग की टीम की शिकायत पर पुलिस ने पीएनडीटी व अन्य धाराओं के तहत हिसार की डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. जया गोयल के ब्यान पर डॉ. अनंतराम व उसके अन्य सहयोगियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। उस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम को एक पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन, लैपटाप, एक पीआरओ प्रेम लिखा विजिटिंग कार्ड व ऑक्सिटॉक्सिन के टीके भी मिले थे, जिन्हें टीम ने अपने कब्जे में लिया था। डॉ. अनंतराम इससे पहले भी भ्रूण लिंग जांच करने के आरोप में फंस चुके हैं।


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