बोले राकेश टिकैत- इंसान की भूख तय करेगी खाद्य पदार्थों की कीमत

बोले राकेश टिकैत- इंसान की भूख तय करेगी खाद्य पदार्थों की कीमत

बागपत। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी राकेश टिकैत ने कहा यदि नए कृषि कानून लागू हुए तो इंसान की भूख खाद्य पदार्थों की कीमत तय करेगी। यानि जिस सामान की मांग ज्यादा होगी, बडी कंपनियां उसी सामान को अपने दामों पर बेचेगी।

शनिवार को बामनोली के श्री जवाहर इंटर कॉलेज में सम्राट सलेक्शन पाल सिंह की जयंती पर आयोजित किए गए हवन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत बामनोली पहुंचे। इस मौके पर हुई किसान पंचायत को संबोधित करते हुए चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि दिल्ली में नए कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहा आंदोलन लगातार जारी रहेगा। 40 लाख ट्रैक्टरो पर सवार होकर पूरे देश के किसान राजधानी पहुंचेंगे। किसान अपने ट्रैक्टर में तेल भरवाकर तैयार रखें।

भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने आरोप लगाया कि नए कृषि कानून बनने से पहले ही उद्योगपतियों के देश के भीतर बड़े-बड़े गोदाम बन गए हैं। इनको तोड़कर छप्परों में तब्दील किया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश को लूटने वालों को अब भागना ही पड़ेगा। चौधरी राकेश टिकैत ने सीकरी में सर छोटूराम के लिए मंगाए गए हाथी को राजा के द्वारा वापिस लिये जाने की कहानी सुनाते हुए कहा कि किसानों ने एकजुट होकर अपने कृषि औजारों के बूते राजा से हाथी वापस ले लिया था। इसी तरह से किसान एकजुट होकर लड़ाई लड़ते हुए नए कृषि कानूनों को वापस कराने में कामयाब होंगे। उन्होंने हिदायत दी कि यदि नए कृषि कानून लागू हुए तो किसान को बीज भी कंपनी के अनुसार ही बोना पड़ेगा। यदि ऐसा नहीं करेगा तो किसान को पुलिस पकड़ लेगी।

नए कानूनों से किसान की जमीन भी कंपनी हड़प कर सकती हैं। उन्होंने चेताया कि नये कृषि कानूनों के लागू होने के बाद इंसान की भूख खाद्य पदार्थों की कीमत तय करेगी। क्योंकि जिस सामान की मांग बाजार में ज्यादा होगी, उसी सामान को कंपनी अपने दामों पर बेचेगी। नये कानूनों का नुकसान छोटे दुकानदारों को भी उठाना पड़ेगा। क्योंकि बड़े शहरों में बस माॅल ही होंगे। उन्होंने किसानों को सियासत से दूर रहने की अपील की और कहा कि किसान सिर्फ किसानों का है।

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