आपदा में धूर्तता- शीशी रेमडेसीविर इंजेक्शन, अंदर पानी, नर्स गिरफ्तार

आपदा में धूर्तता- शीशी रेमडेसीविर इंजेक्शन, अंदर पानी, नर्स गिरफ्तार

नई दिल्ली। देशभर में कोरोना का संक्रमण चारों तरफ अपना कहर बरपा रहा है। ऐसे हालातों में धूर्त और क्रूर लोग पैसा कमाने के लिए मैदान में उतर गए हैं। कोरोना संक्रमण के काम आने वाले रेमडेसीविर इंजेक्शन की जमकर कालाबाजारी हो रही है तो कुछ लोग रेमडेसीविर की शीशियों को इकटठा करके उनमें पानी और एंटीबायोटिक भरकर लोगों के बदन में उतारकर पैसा कमाने के लिये उन्हें मौत के मुंह में धकेल रहे हैं। कर्नाटक पुलिस ने एक नर्स युवक को रेमडेसीविर इंजेक्शन की शीशी में खारा पानी और एंटीबायोटिक मिलाकर बेचने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।

दरअसल देशभर में चल रहे कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बीच रेमडेसीविर नामक जीवन रक्षक दवाई की मांग अचानक से बढ़ गई है। मैसूर के पुलिस कमिश्नर चंद्रगुप्त ने बताया कि पुलिस को पता चला कि एक युवक द्वारा रेमडेसीविर इंजेक्शन की कालाबाजारी की जा रही है। पुलिस ने तुरंत ही छापामार कार्रवाई करते हुए कालाबाजारी रैकेट के मास्टरमाइंड गिरीश नामक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया जो कि पेशे से नर्स है। पुलिस कमिश्नर चंद्रगुप्त ने बताया कि विभिन्न कंपनियों की रेमडेसीविर की बोतलों को रिसाइकल करके उसमें एंटीबायोटिक को युवक ने स्लाइन से भरा और बाजार में उतार दिया गया। उन्होंने बताया कि आरोपी युवक वर्ष 2020 में आई कोरोना की पहली लहर के दौरान से ही रेमडेसीविर के नाम पर लोगों को पानी बेच रहा है। उन्होंने बताया कि हम इस पूरे रैकेट के असर का पता लगा रहे हैं कि उन्होंने अपने स्टाक की आपूर्ति कहां कहां की है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किया गया गिरीश जेएसएस अस्पताल में बतौर स्टाफ नर्स तैनात था।





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