लखनऊ। आज के दौर में आधुनिकता जिस कदर बढ़ रही है उससे हमारी लाइफ स्टाइल पूरी तरह बदल गई। कारण यह भी है कि बड़े शहरों में दिनभर के वाहनों की आवाजाही, प्रदूषण, बढ़ती प्रतिस्पर्धा और बदलता खानपान से लोगों में डिप्रेशन यानि अवसाद के कब शिकार हो जाते हैं, पता ही नहीं चलता। डिप्रेशन, मानसिक रोग का ही एक प्रकार है। अवसाद या डिप्रेशन आज के समय में बढ़ते पारिवारिक विवाद, अत्यधिक व्यस्तता वाला जीवन, आगे निकलने की होड़, मन मुताबिक मान न होना, अधिकारी, दोस्तों के बीच या अन्य व्यक्ति द्वारा अपमानित किया जाना या अपनी क्षमता पर संदेह जैसे कई प्रमुख कारण है जिनसे डिप्रेशन बढ़ता है। डिप्रेशन के ये कारण तो सामाजिक है, परन्तु हमारे शरीर में भी कुछ पोषक तत्वों की कमी होने के कारण भी लोग डिप्रेशन के शिकार हो जाते हैं।
डिप्रेशन को लेकर कई देशों में शोध चल रहा है। ऐसा ही एक शोध अमेरिका में किया गया है जिसमें बताया गया है कि डिप्रेशन को खत्म करने के लिए अखरोट काफी फायदेमंद है। कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के हुए शोधों के आधार पर शोधकर्ताओं ने बताया कि डिप्रेशन दूर करने में अखरोट काफी मददगार है। उन्होंने पाया कि अखरोट खाने वाले लोगों में डिप्रेशन का स्तर 26 प्रतिशत तक कम है जबकि अन्य चीजें खाने वालों में अवसाद का स्तर 8 प्रतिशत कम पाया है। इस शोध को न्यूट्रेंट जर्नल में प्रकाशित किया गया है।
अध्ययन में पाया गया है कि अखरोट खाने से शरीर में ऊर्जा बढ़ती है और एकाग्रता बेहतरी होती है। प्रमुख शोधकर्ता ने लेनोर अरब ने एक अध्ययन का हवाला देते हुए कहा कि अध्ययन में शामिल किए गए 6 में से हर 1 वयस्क जीवन में एक समय पर डिप्रेशन का शिकार होगा। अखरोट को एक पावर फूड का नाम दिया गया है, क्योंकि यह स्टैमिना बढ़ाने में मदद करता है। इसे ब्रेन फूड भी कहा जाता है।