साइबर वर्कशॉप अपराध की रोकथाम के लिए एक ठोस निष्कर्ष पर पहुँचेगी : सीएम

लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साइबर क्राइम विवेचना और महिलाओं एवं बालकों के विरुद्ध अपराधों पर उ.प्र. के अभियोजकों एवं विवेचकों की राज्य स्तरीय कार्यशाला का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
साइबर क्राइम विवेचना और महिलाओं एवं बालकों के विरुद्ध अपराधों पर उ.प्र. के अभियोजकों एवं विवेचकों की राज्य स्तरीय कार्यशाला के उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी https://t.co/K5LyTcSjJ4
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) December 13, 2019
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा साइबर क्राइम की बढ़ती दुष्प्रवृत्ति के बारे में जब देश के सबसे बड़े प्रदेश में लोगों में आशंका उत्पन्न हो रही है तो यह साइबर कार्यशाला अपराध की रोकथाम के लिए एक ठोस निष्कर्ष पर पहुँचेगी, ये मेरा विश्वास है।हर कानून अपने आप में परिपूर्ण है। लेकिन महत्वपूर्ण यह है कि कानून की परिपूर्णता उसको लागू करने वाले लोगों की सामर्थ्य और क्षमता पर निर्भर करती है ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा पाॅक्सो से सम्बंधित मामलों में प्रतिबद्धता तय करते हुए समयबद्ध ढंग से हम आगे बढ़ाएं तो अपराधी को हम समय से सजा दिला देंगे। समय से मिला न्याय ही न्याय कहलाता है तत्काल घटित घटना पर मिली तत्काल सजा एक बहुत बड़ा संदेश है। दुष्प्रवृत्ति में संलिप्त अन्य तत्वों को भी यह एक चेतावनी है। जब तक अपराधी के मन में भय नहीं होगा तब तक वह कानून का सम्मान नहीं सीखेगा ।
डिस्ट्रिक्ट माॅनिटरिंग कमिटी के जाँच में जो तथ्य सामने आए, उनके आधार पर अपराध घटित होने के 6-7 दिन के अंदर चार्जशीट दाखिल होती है और 5-6 दिन की सुनवाई के अंदर अपराधी को सजा दिलाई गई है ।
किसी निरपराध व्यक्ति के खिलाफ अनावश्यक रूप से कोई कार्रवाई न होने पाये लेकिन कोई अपराधी भी न बचने पाये। इसलिए विवेचना ढंग से की जाए। और फिर अभियोजन द्वारा अपराधी को सजा दिलाई जाए ।साइबर क्राइम एक चुनौती है और प्रदेश सरकार इस चुनौती के लिए तैयार है। प्रदेश में हर रेंज स्तर पर एक फॅारेंसिक लैब और साइबर थाने की स्थापना की जाएगी ।
उत्तर प्रदेश सरकार का अपना एक फॅारेंसिक और पुलिस विश्वविद्यालय भी होगा। जिससे हम अपराध पर प्रभावी नियंत्रण के साथ-साथ कानून का राज स्थापित करने की ओर तेजी से कार्य कर सकेंगे ।
दो दिनों की इस कार्यशाला में महिलाओं और बालकों के खिलाफ होने वाले अपराधों और साइबर क्राइम से जुड़े सभी मुद्दों पर एक व्यापक कार्य-योजना बनाकर कानून का राज स्थापित कर प्रदेश में सुशासन का लक्ष्य प्राप्त किया जाएगा ।
मुख्यमंत्री ने अचानक बरसात के कारण बढ़ी सर्दी के दृष्टिगत समस्त रैन बसेरों पर सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों के माध्यम से कंबल वितरण एवं महत्वपूर्ण स्थानों पर सर्दी से राहत के लिए अलाव जलाए जाएं।उन्होंने कहा कि जनपद में पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा क्षेत्र में भ्रमण कर सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी खुले में न सोए, रैन बसेरों में सुविधाओं का उपयोग जरूरतमंदों द्वारा किया जाए व SSP द्वारा संबंधित थानाध्यक्षों के माध्यम से सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए जाएं।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश पुलिस के पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह मौजूद अपर पुलिस महानिदेशक अभियोजन आशुतोष पांडेय मौजूद थे।