तनुजा के हौसलों की उड़ान- नीट परीक्षा छूटने पर भी नहीं छोड़ा था हौसला

तनुजा के हौसलों की उड़ान- नीट परीक्षा छूटने पर भी नहीं छोड़ा था हौसला

बेंगलुरु। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्प और स्वास्थ्य मंत्री डॉ के सुधाकर के हस्तक्षेप के बाद नीट की पुन:परीक्षा में शामिल हो पाने वाली मेडिकल छात्रा तनुजा कर्रगौड़ा ने कुल 720 में से 586 अंक लाकर परीक्षा उत्तीर्ण कर ली है।

अधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार बी एस येदियुरप्पा और डॉ के सुधाकर ने तनुजा के सोशल मीडिया पोस्ट के सामने आने के बाद हस्तक्षेप करते हुये अधिकारियों से छात्रा को परीक्षा देने की अनुमति देने के लिए कहा। इसके बाद नवोदय विद्यालय की यह छात्रा बसावनगुडी केंद्र में परीक्षा देने में सफल रही।

डॉ के येदियुरप्पा के गृह क्षेत्र शिकारीपुरा की रहने वाली तनुजा एक किसान की बेटी हैं। तनुजा कोरोना वायरस के लक्षण विकिसित होने के कारण नीट की परीक्षा नहीं दे पाई थीं। इसके बाद कोविड-19 प्रतिबंधों और कुछ तकनीकी समस्याओं के कारण वह नीट की पुन:परीक्षा के लिए आवेदन नहीं कर पाई थीं।

विज्ञप्ति में कहा गया, "कुछ तकनीकी कारणों और कोविड प्रतिबंधों के कारण वह (तनुजा) अपने दस्तावेज समय पर नहीं भेज सकीं थीं। वह परीक्षा नहीं दे सकने की स्थिति में थी जिसके बारे में उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था।"

इसके बाद डॉ के येदियुरप्पा और डॉ के सुधाकर ने मामले में तुरंत हस्तक्षेप करते हुये अधिकारियों से बात की और तनुजा को परीक्षा में बैठने की अनुमति देने के लिए कहा।

विज्ञप्ति में तनुजा के हवाले से कहा गया, "मेरा लक्ष्य एक सर्जन बनकर समाज की सेवा करना है। मैंने बिना किसी तनाव के परीक्षा दिया। मैं मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री की आभारी हूं।"

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