गुड़ महोत्सव का समापन समारोहः सरकार ने दी कलेक्टर अजय शंकर को शाबासी

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मुजफ्फरनगर। पुरानी कहावत हैं कि हर व्यक्ति को उसकी करनी का फल जरूर मिलता है। जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय को उनके कार्यों का फल इतनी जल्दी मिल जायेगा, इसकी कल्पना शायद उन्होंने भी नहीं की होगी। गुड़ मंहोत्सव का आयोजन कराने के लिए उनके द्वारा की गयी मेहनत का उन्हें महोत्सव के समापन अवसर पर ही उस समय मिल गया, जब सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुड़ महोत्सव पर संज्ञान लेते हुए अपना संदेश भेजा, जिसे अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार शर्मा ने वीवीआइपी से सजे और जनता से भरे पण्डाल में पढ़कर सुनाया। इसके साथ ही महोत्सव समापन के मुख्य अतिथि जनपद के प्रभारी मंत्री एवं सूबे के ओद्यौगिक विकास मंत्री सतीश महाना द्वारा उन्हें प्रशस्तिपत्र प्रदान किया गया, इतना नहीं श्रीराम ग्रुप ऑफ कालेजेज के चेयरमैन एससी कुलश्रेष्ठ ने मंच से पढ़कर भी सुनाया। उक्त सुखद पलों के समय जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय को कितनी खुशी हुई इसका तो प्रत्यक्ष प्रमाण नहीं मिला, लेकिन महोत्सव में काफी दिनों से लगे जिला प्रशासन की टीम के चेहरों पर आई मुस्कान देखते ही बनती थी।

बता दें कि श्रीराम कालेज के प्रांगण में आयोजित तीन दिवसीय गुड़ महोत्सव का आज तीसरा और समापन दिवस था। समापन कार्यक्रम में बतौर मुख्यअतिथि जनपद के प्रभारी मंत्री एवं सूबे के ओद्यौगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने कहा कि किसान देश की मूल आत्मा है, लेकिन अभी तक सरकारे किसान के साथ सम्बन्ध स्थापित नहीं कर पायी थी, लेकिन अब मोदी और योगी सरकार ने किसान के साथ रिलेशनशिप कायम की है। उन्होंने कहा कि इस रिलेशनशिप के अच्छे परिणाम निकलेंगे। उन्होंने कहा कि गुड़ महोत्सव में आने से पहले वे गुड़ की पांच-छः किस्मों के बारे में ही जानते थे, लेकिन यहां आकर उन्होंने जब गुड़ की सवा सौ से अधिक वैरायटियों के बारे में जाना तो बड़ा आश्चर्य हुआ। उन्होंने आशा जतायी कि गुड़ महोत्सव के बाद अब ये बात पक्की हो गयी है कि अगले वर्ष आयोजित होने वाले गुड़ महोत्सव की गुड़ की और अधिक वैरायटी ईजाद हो जायेंगी। सतीश महाना कहा कि पहले गुड़ को एक डाक्टर के रूप में जाना जाता था, लेकिन विगत कुछ वर्षों से गुड़ लोगों की थाली से गायब होने लगा था। अब हमारा उद्देश्य होना चाहिए कि गुड़ की पहुंच हर थाली तक हो, इससे गुड़ की खपत में तो वृद्धि होगी ही, साथ ही गुड़ के संवर्धन में भी सहायता मिलेगी। जनपद के प्रभारी मंत्री ने जिला प्रशासन से गुड़ संवर्धन, संरक्षण और गन्ना किसान से सम्बन्धित एक विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने के लिए कहा, जिसे लेकर वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वार्ता कर सकें। सतीश महाना ने लोगों ेद्वारा उनसे की जा रही अपेक्षाओं का जवाब देते हुए कहा कि मैं मुजफ्फरनगर को गोद कब लूंगा और लूंगा या नहीं, लेकिन इस जनपद ने मुझे 1998 से गोद ले रखा है।



इस अवसर पर जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय ने कहा कि जनपद में उत्पादित गन्ने का 60 प्रतिशत चीनी मिलों और शेष 40 प्रतिशत गन्ना गुड़ एवं खाण्डसारी के लिए प्रयोग में आता है। उन्होंने कहा कि जिस फसल का 40 प्रतिशत हिस्सा गुड़ आदि बनाने में प्रयोग होता है, उसके लिए कोई ठोस नीति बनाना जरूरी है और वे इसी पर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि गुड़ उद्योग के विकास के लिए ही जनपद में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक गुड़ संवर्धन समिति बनायी जायेगी, जिसमें सम्बन्धित विभाग बिजली, मार्केटिंग, मण्डी समिति व खाण्डसारी आदि के अधिकारी शामिल होंगे। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में गुड़ क्वालिटी टेस्टिंग लैब स्थापित करने वाले स्थानीय गुड़ व्यवसायी, उद्यमी या किसान को 90 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान की जायेगी।

जिला अधिकारी अजय शंकर पाण्डेय ने प्रभारी मंत्री सतीश महाना को भी गुड़ व्यवसाय के सम्बन्ध में प्राप्त सुझावों को पढ़कर सुनाया। उन्होंने कहा कि गुड़ को जीएसटी से मुक्त कराने, कृषि उत्पादन मण्डी शुल्क को कम करने व जनपद में मंडी समिति के सामान्तर अवैध गुड़ व्यापार पर अंकुश लगाने, कोल्हू के लिए ट्यूबवैल का बिजली कनेक्शन मंजूर करने, गुड़ को मिड़-डे मील से जोड़ने, मुजफ्फरनगर में एशिया की बड़ी गुड़ मण्डी होने के कारण गुड़ क्वालिटी लैब जनपद में स्थापित करने की दिशा में कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इन सुझावों में से कुछ पर केन्द्र सरकार, कुछ पर राज्य सरकार तो कुछ पर जिला प्रशासन की ओर से निर्णय लिये जाने हैं। उन्होंने विश्वास दिलाया कि जिन मुद्दों पर जिला प्रशासन की ओर से निर्णय लिये जाने हैं, उन पर अभी से ही कार्य कर दिया जायेगा।

इससे पूर्व गुड़ महोत्सव के समापन पर्व का उद्घाटन जनपद के प्रभारी मंत्री सतीश महाना दीप प्रज्जवलि करके किया। इस अवसर पर गुड़ महोत्सव के सम्बन्ध मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संदेश को अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार शर्मा ने पढ़कर सुनाया। इसके बाद श्रीराम ग्रुप ऑफ कालेजेज के चेयरमैन एससी कुलश्रेष्ठ ने प्रदेश के ओद्यौगिक विकास मंत्री सतीश महाना द्वारा जिलाधिकारी को प्रदत्त प्रशस्तिपत्र को तालियों की गडगडाहट के बीच पढ़कर सुनाया।

इस अवसर पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत एक शिक्षक की भूमिका में नजर आये। उन्होंने गुड़ महोत्सव के लिए जिला प्रशासन सहित श्रीराम गु्रप आॅफ कालेजेज के चेयरमैन एससी कुलश्रेष्ठ की मुक्त कण्ठ से प्रशंसा करते हुए गुड़ को दैनिक आहार में शामिल करने का आहवान करते हुए कहा कि पैप्सीकोला जिसके मालिक का भी आम लोगों को पता नहीं है और न ही ये पता है कि उसमें किन-किन चीजों को किस-किस मात्रा में मिलाया गया है? इसके बावजूद पैप्सी की बिक्री से केवल मुजफ्फरनगर से ही साढ़े चार सौ करोड़ रूपया विदेश जा रहा है। इस अवसर पर विधायक कपिल देव अग्रवाल, विधायक उमेश मलिक, विधायक प्रमोद ऊटवाल आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर गुड़ महोत्सव में प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से सहयोग करने वाले लोगों को सम्मानित किया गया।

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