कोरोना को लेकर केजरीवाल की अपील

कोरोना को लेकर केजरीवाल की अपील

नई दिल्ली। कोरोना के कहर के बीच अच्छी खबरें भी मिल रही हैं। रूस ने कोरोना की आम जनता के लिए दवा जारी कर दी है। ब्रिटेन की ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी में भारतीय प्रोफेसर सुमी विश्वास ने कोरोना वायरस की एक नई वैक्सीन तैयार कर ली है। ब्लूमबर्ग डाट काम की रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन उत्पादक कम्पनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के साथ साझेदारी के तहत इस वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल आस्ट्रेलिया में शुरू हो गया है। अमेरिका समेत कई देश कोरोना की वैक्सीन पर काम कर रहे हैं। इसके बावजूद अभी कई महीने तक भारत जैसे देश में गरीबों और मध्यम वर्ग के लोगों को कोरोना संक्रमण से बचने का प्रयास गंभीरता से करना होगा। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने दिल्ली को कोरोना संक्रमण के महासंकट से काफी हद तक बचा लिया है लेकिन लोगों की लापरवाही को लेकर उन्होंने चिंता जतायी है। अब तो दिल्ली में मेट्रो सेवा भी शुरू हो गयी है। इसलिए मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की अपील पर सभी लोग ध्यना दें, तो बेहतर रहेगा।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली के लोगों को फोन कॉल और अन्य मीडिया माध्यमों से कोरोना से बचने के लिए जागरूक कर रहे हैं। सीएम का कॉल दिल्ली के एक करोड़ लोगों को जाएगा। साथ ही वह रेडियो, टीवी, आउटडोर होर्डिंग्स, ऑनलाइन संचार माध्यमों से भी लोगों को कोरोना से बचने और एहतियात बरतने का संदेश देंगे।

फिलहाल दिल्ली में कोरोना के हालात काबू में है लेकिन टेस्टिंग दोगुनी होने व कुछ लोगों की लापरवाही से पिछले कुछ दिनों में कोरोना के केस बढ़े हैं। जिसके बाद सीएम ने जनता को सीधा संदेश देने का निर्णय किया। दिल्ली के दो करोड़ लोगों ने मिलकर कोरोना की लड़ाई में दिल्ली मॉडल को स्थापित किया है, जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। सीएम अरविंद केजरीवाल चाहते हैं कि दिल्ली मॉडल कोरोना से लड़ने का एक आदर्श मॉडल बना रहे। इसमें कोई चूक या लापरवाही न हो। इसी कारण उन्होंने सीधा संवाद स्थापित करने के लिए यह जागरूकता अभियान शुरू किया है।

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कुछ लोग कोविड-19 को लेकर लापरवाह हो गए हैं। वो घर से निकलने के दौरान मास्क नहीं पहन रहे हैं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं कर रहे हैं। कुछ लोग कोविड टेस्ट भी नहीं करा रहे हैं, जबकि दिल्ली सरकार टेस्ट मुफ्त करा रही है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्लीवासियों से शपथ लेने की अपील करते हुए कहा कि अब जब भी घर से बाहर जाएं, तो मास्क जरूर पहनें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की यह अपील फोन कॉल, एफएम और अन्य मीडिया माध्यम से प्रसारित की जा रही है, ताकि दिल्लीवासी कोरोना संक्रमण को रोकने के प्रति जागरूक हो सकें। केजरीवाल का फोन दिल्ली के तमाम लोगों के पास पहुंच रहा है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपने संदेश में कहा कि हम सब दिल्लीवासियों ने मिल कर बड़ी मुश्किल से करोना को कंट्रोल किया है। अब हमें किसी भी हालत में इसे बढ़ने नहीं देना है। पिछले कुछ दिनों से हम थोड़े लापरवाह हो गए हैं। मास्क नहीं पहनते, सोशल डिस्टेंसिंग नहीं करते हैं।

भावुक होते हुए केजरीवाल कहते हैं 'मैं आपका भाई हूं, आपका बेटा हूं, आपने मुझे अपने परिवार का हिस्सा माना है। मैं नहीं चाहता अपने परिवार में कोई भी बीमार हो। यह बहुत गंदी बीमारी है। इसलिए आज आप से कुछ मांग रहा हूं। कसम खाओ कि जब भी घर से बाहर निकलोगे, मास्क पहन के निकलोगे, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करोगे।' सीएम केजरीवाल ने कहा कि कुछ लोग आजकल टेस्ट भी नहीं करवा रहे। किसी काम से मेरे पास एक आदमी का फोन आया। बात -बात में उसने बोला कि कुछ दिन से उसको बुखार है। मैंने पूछा, टेस्ट कराया, तो बोला नहीं। मैंने पूछा क्यों? तो कहता है कि आजकल तो सब अपने आप ठीक हो जाते हैं, मैं भी अपने आप ठीक हो जाऊंगा। मतलब? ये कोई बात हुई? मैं तो दंग रह गया। केजरीवाल ने आगे कहा, आपको पता है, इस तरह वो अपनी जान खतरे में डाल रहा है और अपने आसपास व अपने परिवार के लोगों को भी करोना दे देगा। टेस्ट कराने में समस्या क्या है? दिल्ली सरकार ने टेस्ट मुफ्त कर रखे हैं। दिल्ली में जगह जगह टेस्ट हो रहे हैं। तो फिर क्यों नहीं टेस्ट करवाते? अगर आपको कोई भी लक्षण हो या फिर आप किसी ऐसे व्यक्ति के सम्पर्क में आएं, जिसे कोरोना है, तो आप तुरंत बिना देर किए जाकर तुरंत टेस्ट करवाओ।

ध्यान रहे कि दिल्ली में कोरोना काल में 169 दिनों बाद येलो लाइन पर मेट्रो सेवा दुबारा चल पड़ी। सुबह पहले चार घंटों में करीब करीब 7500 यात्रियों ने मेट्रो से सफर किया। यह संख्या मेट्रो प्रशासन के अनुमान से कम रही, फिर भी लोगों की भीड़ न होने पर कोविड प्रोटोकॉल लागू करने में मेट्रो प्रशासन को दिक्कत नहीं आई। बावजूद इसके मेट्रो में प्रवेश करने में सुरक्षा जांच, थर्मल स्क्रीनिंग, कार्ड आदि से जुड़ी औपचारिकताएं पूरा करने में भी यात्रियों का आम दिनों से ज्यादा समय जाया हुआ। दो शिफ्ट में आई इस तरह की परेशानियों के बीच यात्री तुलनात्मक तौर पर मेट्रो चलने से खुश दिखे। उधर, लंबे समय से बंद मेट्रो स्टेशन और सीढियां भी पहले से अलग दिख रही थीं। मास्क और शील्ड पहने सुरक्षाकर्मी हाथों में सैनिटाइजर और थर्मल स्क्रीनिंग के साथ मुस्तैद रहे। मेट्रो कर्मियों की नजर संक्रमण से बचाव पर टिकी थीं। मेट्रो में सवार होने से पहले सैनिटाइजेशन, थर्मल स्क्रीनिंग, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का यात्रियों ने पूरी तरह पालन किया। पहले दिन नेटवर्क में आई परेशानी की वजह से यात्रियों को स्मार्ट कार्ड के लिए इंतजार करना पड़ा। खासकर अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशनों पर कैशलेस ट्रांजेक्शन में अधिक वक्त लगा जबकि जिन्होंने पहले ऑनलाइन पेंमेंट से कार्ड खरीदे भी थे, उन्हें भी परेशानी का सामना करना पड़ा। सुबह सात बजे हुडा सिटी सेंटर से मेट्रो सेवाएं शुरू हो गईं, लेकिन बीच के स्टेशनों पर नेटवर्क में आई परेशानी के कारण राजीव चैक के आगे कई स्टेशनों पर यात्रियों को इंतजार करना पड़ा। ऐसे में केजरीवाल की अपील पर ध्यान देना ही पड़ेगा।

(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)

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